CBSE Class 10 Hindi B व्याकरण रचना के आधार पर वाक्य रूपांतर
शब्दों की रचना वर्णों के सार्थक मेल से होती है। इन्हीं सार्थक शब्दों के सार्थक एवं व्यवस्थित मेल से वाक्य बनते हैं। वाक्य भाषा की सबसे छोटी इकाई हैं, जिनके द्वारा लिखने या बोलने वाले के मन का आशय समझ में आ जाता है। इस तरह हम कह सकते हैं कि “मनुष्य के विचारों को व्यक्त करने वाला शब्द समूह, जो व्यवस्थित हो तथा पूर्ण आशय प्रकट कर सके, वाक्य कहलाता है।”
राम पार्क में खेलता है।
मैं घर जाकर खाना खाऊँगा।
उद्देश्य,
विधेय।
राम सो रहा है।
राजू खाना खा रहा है।
किसान फलों के पेड़ भी लगाते हैं।
जवान देश की रक्षा करते हैं।
इन वाक्यों में ‘राम’, ‘राजू’, ‘किसान’ और ‘जवान’ के विषय में बताया जा रहा है। इसलिए ‘राम’, ‘राजू’, ‘जवान’ और ‘किसान’ उद्देश्य हैं।
करन खेल रहा है।
चित्रकार चित्र बनाता है।
चित्रा गीत गा रही है।
मंजरी बस से शहर गई।
इन वाक्यों में ‘खेल रहा है’, ‘चित्र बनाता है’, ‘गीत गा रही है’ और ‘बस से शहर गई’ वाक्यों के विधेय हैं। वाक्य के भेद-मुख्य रूप से वाक्यों को दो भागों में बाँटा गया है –
रचना के आधार पर,
अर्थ के आधार पर।
नोट-पाठ्यक्रम के अनुसार हम सिर्फ रचना के आधार पर वाक्य भेद’ का अध्ययन करेंगे।
रचना के आधार पर वाक्य भेद –
वर्षा हो रही है।
मोहन पतंग उड़ा रहा है।
बच्चे मैदान में खेल रहे हैं।
रविवार को भी हम पढ़ेंगे।
वह फलों के लिए बाज़ार गया।
राम खाना खाकर सो गया।
माँ बाज़ार गई और सब्जियाँ लेकर आयी।
आप खाना खाएँ और आराम करें।
आप चाय पिएँगे या कॉफ़ी?
राम बीमार है इसलिए स्कूल नहीं आया।
विद्यार्थी परिश्रमी होता है तो अवश्य सफल होता है।
सोमवार को हड़ताल है, अतः बाज़ार बंद रहेगा।
संयुक्त वाक्य की पहचान
दो उपवाक्यों के बीच समानाधिकरण संबंध होता है।
संयुक्त वाक्य में दो या अधिक मुख्य या स्वतंत्र उपवाक्य होते हैं।
उपवाक्य होते हुए भी उनमें पूर्ण अर्थ का बोध होता है।
मुख्य उपवाक्य अपने पूर्ण अर्थ की अभिव्यक्ति के लिए किसी दूसरे उपवाक्य पर आश्रित नहीं रहते।
(ग) मिश्र वाक्य-जिस वाक्य में एक मुख्य उपवाक्य हो और अन्य उपवाक्य उस पर आश्रित हों, उसे मिश्र वाक्य कहते हैं। मिश्र वाक्य के उपवाक्य ‘कि, जैसा-तैसा, जो, वह, जब-तब, क्योंकि’ आदि व्यधिकरण योजकों से जुड़े रहते हैं।
उदाहरण –
जैसे ही शाम हुई, बिजली चली गई।
जब नई कक्षा में दाखिला होगा तब हम पढ़ेंगे।
जब राम आया तो श्याम चला गया।
उस लड़के को बुलाओ जिसने काले जूते पहने है।
जब आँधी आई तो धूल उड़ने लगी।

मैं चाहता हूँ कि तुम डॉक्टर बनो।
राम को विश्वास है कि श्याम होली पर ज़रूर जाएगा।
ऐसा लगता है कि महँगाई कम नहीं होगी।
गांधी जी कहते थे कि हिंसा नहीं करनी चाहिए।
पवन ने कहा कि वह दिल्ली जाएगा।
जिसने कार्य नहीं किया, वह खड़ा हो जाए।
जो आदमी पढ़ाता है, वह अध्यापक होता है।
उन अंकल को बुलाओ, जिनके हाथ में बैग है।
वह साइकिल कहाँ है, जिससे आप कल आए थे।
जिसे आप ढूँढ़ रहे हैं, वह तो चला गया।
वह आम कौन-सा है, जो दशहरी है।
(ग) क्रिया-विशेषण उपवाक्य-जिन उपवाक्यों द्वारा मुख्य उपवाक्यों में क्रिया की विशेषता बताई जाती है, उन्हें क्रिया विशेषण उपवाक्य कहते हैं। क्रिया-विशेषण उपवाक्य किसी काल, स्थान, रीति, परिमाण, कार्य-करण आदि का द्योतन करते हैं।
जब राम आया तो बारिश हो रही थी। (कालवाची)
यदि वह पढ़ लेता तो अवश्य अच्छा इंसान बनता। (कार्य-करण)
जहाँ-जहाँ प्रधानमंत्री गए, वहाँ उनका भव्य स्वागत हुआ। (स्थानवाची)
जहाँ तुम रहते हो, वहीं मैं रहता था। (रीतिवाची)
जैसा अध्यापक ने बताया, बच्चों ने वैसा काम किया। (रीतिवाची)
जैसा करोगे वैसा भरोगे। (रीतिवाची)
जितना तुम जानते हो, उतना काम करो। (कालवाची)





आओ देखें कितना सीखा
प्रातः जल्दी उठो और एक घंटे नियमित रूप से व्यायाम करो।
मरीज दवाएँ लेने अस्पताल गया।
अध्यापक आए और कक्षा में शोर बंद हो गया।
परिश्रमी मजदूरों को सभी काम पर बुलाते हैं।
जो लोग धनवान होते हैं, उन्हें गरीबों की मदद करनी चाहिए।
जैसे ही मोहन आया श्याम ने आगे बढ़कर उसका स्वागत किया।
उसने अपना आपा खोया और कटुवचन बोलने लगा।
सवेरा होते ही पक्षियों के कलरव से आसमान गूंज उठा।
आँधी आई और धूल उड़ने लगी।
अपने अथक परिश्रम से उसने असंभव को भी संभव बना दिया।
मज़दूरी पाते ही मज़दूर घर चला गया।
वर्षा समाप्त हुई और इंद्रधनुष निकल आया।
धनवान होने पर भी हमें दयालु बने रहना चाहिए।
जैसे ही नाटक समाप्त हुआ, वैसे ही दर्शक घर जाने लगे।
बाढ़ आई और फ़सलें पानी में डूब गईं।
जैसे ही महात्मा जी आए वैसे ही भीड़ उनके स्वागत में कड़ी हो गई
चुनाव निकट आते ही नेताओं को जनता के दुख दर्द याद आने लगे।
योगाचार्य ने कहा कि प्रतिदिन एक घंटा योग करना चाहिए।
जो परिश्रमी होते हैं, वे काम से नहीं डरते।
बत्ती हरी होते ही गाड़ियाँ चल पड़ी।
उत्तरः
संयुक्त वाक्य
सरल वाक्य
संयुक्त वाक्य
सरल वाक्य
मिश्र वाक्य
मिश्र वाक्य
संयुक्त वाक्य
सरल वाक्य
संयुक्त वाक्य
सरल वाक्य
सरल वाक्य
संयुक्त वाक्य
सरल वाक्य
मिश्र वाक्य
संयुक्त वाक्य
मिश्र वाक्य
सरल वाक्य
मिश्र वाक्य
मिश्र वाक्य
सरल वाक्य।
मेरे घर पहुँचते ही आंधी आ गई।
पुस्तकें खरीदने के लिए वह बाज़ार गई।
दुकान पर सजी मिठाइयाँ देखकर बच्चे के मुँह में पानी आ गया।
निराला जी द्वारा रचित कविता सभी को पसंद आई।
गार्ड द्वारा हरी झंडी हिलाते ही गाड़ी चल पड़ी।
पानी का टैंकर आते ही लोगों में हलचल मच गई।
महात्मा जी का प्रभावपूर्ण प्रवचन सुनकर लोग नतमस्तक हो गए।
रोहित शर्मा की अच्छी बल्लेबाजी के कारण भारत मैच जीत गया।
मेरे स्टेशन पर पहुँचते ही बस चल पड़ी।
लाल कपड़ा देखते ही साँड़ भड़ककर गोपू के पीछे भागने लगा।
वह धन कमाने के लिए शहर गया।
धरती को हरा-भरा बनाए रखने के लिए लोग पेड़ लगाते हैं।
सैनिक देशवासियों के सुख-चैन के लिए अपने प्राणों की बाज़ी लगा देते हैं।
यही छात्र एक सौ मीटर की दौड़ में प्रथम आया था।
बूढ़ा व्यक्ति सड़क पार करते हुए मोटरसाइकिल से टकरा गया।
डॉक्टरी सहायता मिलने पर भी घायल को बचाया न जा सका।
छत पर दाना देखते ही कबूतर आ गए।
वसंत आते ही चारों ओर रंग-बिरंगे फूल खिल उठे।
इसी विद्यालय में मैंने प्राथमिक शिक्षा प्राप्त की थी।
सैनिक दल बनाकर जल्दी-जल्दी आतंकवादियों की ओर बढ़ने लगे।
दूसरों का निस्स्वार्थ भला करने वाला सच्चा परोपकारी होता है।
मुख्य अतिथि के मंच पर आते ही सरस्वती वंदना की गई।
भारी हिमपात के कारण पर्यटक रास्ते में फँस गए।
नींद आने के कारण उसने पढ़ना बंद कर दिया।
हेलमेट लगाने के कारण उसका सिर फटने से बच गया।
इसी भारत देश को सोने की चिड़िया कहा जाता था।
इसी जन्मभूमि की रज में लोट-लोटकर हम बड़े हुए हैं।
प्रयोगशाला में ब्यूरेट तोड़ने वाला छात्र खड़ा हो जाए।
इसी पेड़ पर सबसे मीठे आम आते हैं।
इसी छात्र ने चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
उत्तरः
जैसे ही मैं घर पहुँचा वैसे ही आँधी आ गई।
क्योंकि उसे पुस्तकें खरीदनी थी इसलिए वह बाज़ार गई।
जैसे ही बच्चे ने दुकान पर सजी मिठाइयाँ देखीं वैसे ही उसके मुँह में पानी आ गया।
- जो कविता निराला जी द्वारा रचित है, वह सभी को पसंद आई।यावह कविता जो निराला जी द्वारा रचित है, सभी को पसंद आई।
ज्यों ही गार्ड ने हरी झंडी हिलाई, त्यों ही गाड़ी चल पड़ी।।
जैसे ही पानी का टैंकर आया वैसे ही लोगों में हलचल मच गई।
महात्मा जी का प्रवचन इतना प्रभावपूर्ण था कि लोग नतमस्तक हो गए।
चूँकि रोहित शर्मा ने अच्छी बल्लेबाजी की इसलिए भारत मैच जीत गया।
जैसे ही मैं स्टेशन पर पहुँचा वैसे ही बस छूट गई।
ज्यों ही साँड़ ने लाल कपड़ा देखा त्यों ही वह गोपू के पीछे भागने लगा।
चूँकि उसे धन कमाना था इसलिए वह शहर गया।
क्योंकि धरती को हरा-भरा बनाना है इसलिए लोग पेड़ लगाते हैं।
जब सैनिक प्राणों की बाज़ी लगाते हैं तब देशवासी चैन से सोते हैं।
यह वह छात्र है जो एक सौ मीटर की दौड़ में प्रथम प्रथम आया था।
वह बूढ़ा व्यक्ति जो सड़क पार कर रहा था, मोटरसाइकिल से टकरा गया।
यद्यपि डॉक्टरी सहायता मिली फिर भी घायल को बचाया न जा सका।
जैसे ही कबूतरों ने दाना देखा वे छत पर आ गए।
जब वसंत आया तब चारों ओर रंग-बिरंगे फूल खिल उठे।
यही वह विद्यालय है जहाँ मैंने प्राथमिक शिक्षा प्राप्त की थी।
जब सैनिकों ने दल बनाया तब वे आतंकवादियों की ओर बढ़ने लगे।
जो दूसरों का निस्स्वार्थ भला करता है वही सच्चा परोपकारी होता है।
जैसे ही मुख्य अतिथि मंच पर आए वैसे ही सरस्वती वंदना शुरू की गई।
जब भारी हिमपात हुआ तब पर्यटक रास्ते में फँस गए।
चूँकि उसे नींद आने लगी थी इसलिए उसने पढ़ना बंद जाता है।
चूँकि उसने हेलमेट लगाया था इसलिए उसका सिर फटने से बच गया।
यही वह भारत देश है जिसे सोने की चिड़िया कहा
यही वह जन्मभूमि है जिसकी रज में लोट-लोटकर बड़े हुए हैं।
जिस छात्र ने प्रयोगशाला में व्यूरेट तोड़ा है वह खड़ा हो जाए ।
यही वह पेड़ है जिस पर सबसे मीठे आम लगते हैं।
यही वह छात्र है जिसने चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
प्रश्नः 3.
निम्नलिखित वाक्यों को संयुक्त वाक्य में बदलिए
शहर जाने पर श्यामू मलेरिया से पीड़ित हो गया। ।
मोबाइल फ़ोन झपटने का अपराधी होने से उसे सजा हुई।
परिश्रम से कमाए गए धन को सोच-समझकर खर्च करना चाहिए।
आज तुम घर पर रहकर जानवरों की देख-रेख का काम करो।
मुर्गे की कुकड-कूँ सुनते ही महात्मा जी नदी की ओर चले गए।
प्रधानाचार्य की बातें सुनकर छात्र जोश से भर उठे।
बादल घिरने के बाद भी वर्षा नहीं हुई।
दौड़ प्रतियोगिता में फ़िसलकर गिर जाने के कारण वह प्रथम न आ सका।
बच्चों के शोर मचाने पर पक्षी उड़ गए।
आरक्षण समर्थकों द्वारा किए गए उत्पात से अनेक रेलगाड़ियाँ रद्द की गईं।
जादूगर का खेल देखकर लोगों ने तालियाँ बजाईं।
बाज़ार में धमाका होते ही लोग इधर-उधर भागने लगे।
अकबर के अत्याचार के सामने राणा प्रताप नहीं झुके।
(हरी-भरी फ़सलों को बाढ़ ने तबाह कर दिया।
आंधी आते ही रेगिस्तान में रेत उड़ने लगी।
(हवा का तेज़ झोंका आते ही पतंग आसमान में उड़ने लगी।
स्टेशन पर पहुँचकर भी वह गाड़ी न पकड़ सकी।
वर्षा होने पर पेड़-पौधे नहाए-धोए से नज़र आने लगे।
उदय ने बाज़ार जाकर पुस्तकें खरीदीं।
दंगा शुरू होते ही पुलिस की कई गाड़ियाँ आ गईं।
संन्यासी प्रवचन देकर चले गए।
बिजली जाते ही गली में अँधेरा छा गया।
मेरे बार-बार फ़ोन करने पर भी डॉक्टर नहीं आए।
किसान बड़े सवेरे उठकर खेत में चला गया।
उत्तरः
श्यामू शहर गया और मलेरिया से पीड़ित हो गया।
उसने मोबाइल फ़ोन झपटा था, इसलिए उसे सजा हुई।
धन को परिश्रम से कमाया जाता है इसलिए उसे सोच समझकर खर्च करना चाहिए।
आज तुम घर पर रहो और जानवरों की देखरेख करो।
महात्मा जी ने मुर्गे की कुकड़-कूँ सुना और नदी की ओर चल पड़े।
छात्रों ने प्रधानाचार्य की बातें सुनीं और जोश से भर उठे।
बादल घिरे परंतु वर्षा नहीं हुई।
वह दौड़ प्रतियोगिता में फ़िसलकर गिर गया इसलिए प्रथम न आ सका
बच्चों ने शोर मचाया और पक्षी उड़ गए।
आरक्षण समर्थक ने उत्पात किया और अनेक रेलगाड़ियाँ रद्द करनी पड़ी।
लोगों ने जादूगर का खेल देखा और तालियाँ बजाई।
बाज़ार में धमाका हुआ और लोग इधर-उधर भागने लगे।
अकबर ने अत्याचार किया परंतु राणा प्रताप झुके नहीं।
बाढ़ आई और हरी-भरी फ़सलों को तबाह कर गई।
आँधी आई और रेगिस्तान में धूल उड़ने लगी।
हवा का तेज़ झोंका आया और पतंग आसमान में उड़ने लगी।
वह स्टेशन पर पहुँची परंतु गाड़ी न पकड़ सकी।
वर्षा हुई और पेड़-पौधे नहाए धोए से नज़र आने लगे।
उदय बाज़ार गया और पुस्तकें खरीदी।
दंगा शुरू हुआ और पुलिस की कई गाड़ियाँ आ गईं।
संन्यासियों ने प्रवचन दिया और चले गए।
बिजली गई और गली में अँधेरा छा गया। कर दिया।
मैंने बार-बार फ़ोन किया परंतु डॉक्टर नहीं आए।
किसान बड़े सवेरे उठा और खेत में चला गया।
मैंने एक लाल गुलाब देखा जो बहुत खुशबूदार था।
कुत्ते भौंकने लगे तब चोर भाग गए।
यही वह छात्र है जिसने नाटक में अध्यापक की भूमिका निभाई।
यही वे महात्मा हैं जो अपनी ज्ञानभरी बातों से प्रभावित कर लेते हैं।
पुलिस ने आसू गैस छोड़ी और भीड़ तितर-बितर हो गई।
गली में शोर हुआ परंतु उसकी नींद न खुली।
लोगों ने जोकर की बातें सुनीं और हँस पड़े।
जब सुमन ने मुझे समझाया तो मैं मान गया।
बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया और भारत मैच जीत गया।
जब पीटी अध्यापक ने सीटी बजाई तब छात्र सावधान हो गए।
किसान परिश्रम करते हैं पर उसका लाभ बिचौलिए उठाते हैं।
सचिन तेंदुलकर वह महान खिलाड़ी हैं, जिन्होंने सर्वाधिक रन बनाए हैं।
रिंग मास्टर ने हंटर उठाया और शेर ने मुँह खोल दिया।
यही वह चौकीदार है जिसने चोरों को ललकारा था।
दिसंबर वह महीना है जब यहाँ कड़ाके की सरदी पड़ती है।
शेर ने दहाड़ लगाई और हिरन पर झपट्टा मारा।
चैत आया और टेसू के फूल दहकने लगे।
जब जून आएगा तब ये आम पकने लगेंगे।
पुलकित परिश्रमी है इसलिए सब उसे प्यार करते हैं।
उसने कठोर परिश्रम किया और कक्षा में प्रथम आया।
यही वह पहाड़ी है जहाँ औषधियाँ मिलती हैं।
दो दिन लगातार वर्षा हुई और सर्वत्र पानी भर गया।
सूरज निकला और ओस की बूंदें गायब होने लगी।
जब गार्ड ने हरी झंडी दिखाई तब गाड़ी चल पड़ी।
बिजली आई और गली-गली जगमगा उठी।
ठेकेदार ने मजदूरी दी और मजदूर घर चले गए।
जब पूजा समाप्त हुई तब प्रसाद वितरण शुरू हुआ।
आँधी आई और फ़सलें तहस-नहस हो गईं।
बढ़ई ने मेज बनाई और उसे रंग दिया।
जैसे ही भोर हुआ वैसे ही प्रकृति की नीरवता भंग होने लगी।
उत्तरः
मैंने एक लाल खुशबूदार गुलाब देखा।
कुत्तों के भौंकने पर चोर भाग गए।
इसी छात्र ने नाटक में अध्यापक की भूमिका निभाई थी।
ये महात्मा अपनी ज्ञानभरी बातों से प्रभावित कर लेते हैं।
पुलिस द्वारा आसू गैस छोड़ने पर भीड़ तितर-बितर हो गई।
गली में शोर होने पर भी उसकी नींद न खुली।
जोकर की बातें सुनकर लोग हँस पड़े।
सुमन के समझाने पर मैं मान गया।
बल्लेबाजों के अच्छे प्रदर्शन से भारत मैच जीत गया।
पीटी अध्यापक के सीटी बजाने पर छात्र सावधान हो गए।
किसानों के परिश्रम का लाभ बिचौलिए उठाते हैं।
महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने सर्वाधिक रन बनाए हैं।
रिंग मास्टर के हंटर उठाते ही शेर ने मुँह खोल दिया।
इसी चौकीदार ने चोरों को ललकारा था।
दिसंबर महीने में कड़ाके की ठंड पड़ती है।
शेर ने दहाड़कर हिरन पर झपट्टा मारा।
चैत आते ही टेसू के फूल दहकने लगे।
जून आने पर ये आम पकने लगेंगे।
परिश्रमी पुलकित को सभी प्यार करते हैं।
कठोर परिश्रम करके वह कक्षा में प्रथम आया।
इसी पहाड़ी पर औषधियाँ मिलती हैं।
दो दिन लगातार वर्षा होने से सर्वत्र पानी भर गया।
सूरज निकलने पर ओस की बूंदें गायब होने लगीं।
गार्ड के हरी झंडी दिखाते ही गाड़ी चल पड़ी।
बिजली आने से गली-गली जगमगा उठी।
ठेकेदार से मज़दूरी पाकर मज़दूर अपने घर चले गए।
पूजा समाप्त होने पर प्रसाद वितरण शुरू हुआ।
आँधी आने से फ़सलें तहस-नहस हो उठीं।
बढ़ई ने मेज़ बनाकर उसे रंग दिया।
भोर होते ही प्रकृति की नीरवता भंग होने लगी।