CBSE Class 10 Hindi B व्याकरण अशुद्धि शोधन
भाषा की संरचना में वाक्यों का महत्त्वपूर्ण योगदान होता है। वाक्य भाषा की महत्त्वपूर्ण इकाई हैं। वाक्यों की शुद्धता के बिना भाषा की शुद्धता की कल्पना करना भी कठिन है। दूसरे शब्दों में वाक्यों की शुद्धता पर ही भाषा की संरचना निर्भर करती है। लिखित भाषा की शुद्धता हेतु व्याकरण के नियमानुसार वाक्य संरचना शुद्ध होनी चाहिए। वाक्यों को शुद्ध रूप में लिखने के लिए वर्ण, शब्द, वाक्य आदि के प्रयोग के कुछ निश्चित नियम होते हैं जिनके प्रयोग से भाषा शुद्ध बनती है। व्याकरण के नियमों का प्रयोग करते हुए वाक्य संरचना में दो बातों पर विशेष ध्यान देना चाहिए –
(क) वाक्य में प्रयुक्त पद अपने निश्चित स्थान पर ही प्रयोग किए जाने चाहिए।
(ख) वाक्य में प्रयुक्त पदों का परस्पर संबंध स्पष्ट करना अर्थात् अन्विति पर ध्यान देना चाहिए।
अशुद्धि शोधन के कुछ उदाहरण –
आओ देखें कितना सीखा
हम पाठ याद कर लिया है।
उसका पागल हाथी हो गया है।
इन्होंने इस साल कई कहानियाँ लिखा है।
अधिकारी ने हस्ताक्षर कर दिया।
दूध से चमकते कपड़े ये किसके हैं ?
इस पुस्तक का मूल्य केवल दस रुपये मात्र है।
पिता कहा कि अपना काम स्वयं किया करो।
खरगोश को काटकर गाजर खिलाओ।
साहित्य और जीवन में घोर संबंध है।
उसके पास दुनियाभर की समाचार है।
वह कलाकार आदमी है।
बाल्मीकि ने ‘रामायन’ की रचना की।
मैं प्रतिदिन ताजे सब्जियाँ लाता हूँ।
हमें प्रातः काल के समय व्यायाम करना चाहिए।
बाढ़ फ़सल तबाह कर दी।
मुझे एक गीतों वाली पुस्तक चाहिए।
यह पुस्तक मैंने पढ़ा है।
कृपया अगले सोमवार को मेरे घर आने की कृपा करें।
यहाँ प्रत्येक रविवार के दिन हाट लगती है।
रमन गुस्से में कलम फेंक दिया।
यहाँ ताजा भैंस का दूध मिलता है।
मैं आपका उपकार आजन्म नहीं भूलूँगा।
आज आप यहीं रुको और खाना खाओ।
अब तुम तुम्हारे घर जाओ।
वर्षा के कारण गलियों में पानी बह रहे हैं।
किसान के खेत में अनेकों प्रकार के फूल उगे थे।
मेरे मित्र ने अपनी माता को पत्र लिखी।
यहाँ किसान सब्जियाँ बोते है।
वह मेरे को बुला रहा था।
वह लोग तीन साल से यहीं रहते हैं।
उसने अपने जन्म दिन पर अनेको लोगों को बुलवाया।
आजकल आपका दर्शन नहीं हो रहा है।
राम, लक्ष्मण और सीता वन को गईं।
राष्ट्रपति ध्वजारोहण कर दिया होगा।
गांधी जी का देश सदा आभारी रहेगा।
मोहिनी बाज़ार से वापस लौट आई।
मेरे को अगले साल अमेरिका जाना है।
मेरे को तुम्हारे पिता जी से मिलना है।
आज तो बड़े जोर की हवा बह रहा है।
मैं गिटार बजाना सीख लिया है।
आप अगली दुकान से पुराने नोट फटे बदल सकते
एक गरम चाय का प्याला लाना।
कम तौलते हुए पकड़े जाने पर उस पर घड़ों पानी गिर गया।
दोपहर दो बजे रोगी का प्राण निकल गया।
किसान की ताजी सब्जियाँ हाथ-हाथ बिक गईं।
आपको गांधी जी की जीवनी अवश्य पढ़ना चाहिए।
वे लोग आज मीटिंग में ज़रूर आएगा।
दुखदायी बातें जल्दी से जल्दी भुला देनी चाहिए।
वह शोकग्रस्त आदमी हो गया है।
इस गीतकार ने अनेकों गीत की रचना की है।
मेरे को केवल यही पुस्तक चाहिए।
क्या आप चाय पिओगे।
आज तो मेरे पास केवल एक हज़ार रुपए मात्र है।
बालक को थाली में रखकर खाना खिलाओ।
हल्कू के खेत में जंगली जानवर घुस आईं।
देखते ही देखते अप्रैल भी आ पड़ी।
पाँच साल बाद अब वह फिर से पढ़ना मागता है।
बड़े भाई साहब आप चाय पी लो।
वह कई बार श्रीनगर जा आया है।
इन दिनों में मज़दूर क्या बना रहा है।
हमें हमारा काम स्वयं करना चाहिए।
इस चाय में कौन गिर गया है?
तुम्हारे को ऐसी बातें करना शोभा नहीं देता है।
तुम्हारा चाचा जी पिछले महीने मिले थे।
तुम्हारा भेजा उपहार मिला, आपका धन्यवाद।
ताजमहल एक विचित्र इमारत है।
शिवकुमार पटेल उर्फ ददुआ विख्यात डाकू था।
हाथी की दाहड़ सुनकर जानवर सजग हो उठे।
विद्यालय सड़क के बाँया ओर है।
हर काम अपने समय पर करना चाहिए।
सुमन अत्यंत सुंदर तरणी है।
हमें प्रभु के चरन-कमल में ध्यान लगाना चाहिए।
ईश्वर बिन-बंधु कहलाते है।
इस दीप पर अनेक आदिवासी रहते है।
परिश्रमी अपने क्रम में लीन रहते है।
भगवान राम का कूल ऊँचा था।
राजा के प्रसाद में आग लग गई।
इस कार्य को अवलंब शुरू कर देना चाहिए।
गोपाल जी ही हमारे आगामी नेता है।
सुखिया का पिता में प्रसाद लेने मंदिर में गया था।
उत्तर
हमने पाठ याद कर लिया है।
उसका हाथी पागल हो गया है।
इन्होंने इस साल कई कहानियाँ लिखी हैं।
अधिकारी ने हस्ताक्षर कर दिए हैं।
दूध से चमकते ये कपड़े किसके हैं।
- इस पुस्तक का मूल्य केवल दस रुपए है।अथवाइस पुस्तक का मूल्य दस रुपए मात्र हैं।
पिता ने कहा कि अपना काम स्वयं किया करो।
गाजर काटकर खरगोश को खिलाओ।
साहित्य और जीवन में घनिष्ठ संबंध है।
उसके पास दुनिया भर के समाचार हैं।
वह आदमी कलाकार है।
वाल्मीकि ने रामायण की रचना की।
मैं प्रतिदिन ताजी सब्जियाँ लाता हूँ।
हमें प्रातःकाल व्यायाम करना चाहिए।
बाढ़ ने फ़सल तबाह कर दिया।
मुझे गीतों वाली एक पुस्तक चाहिए।
यह पुस्तक मैंने पढ़ी है।
- 18. कृपया अगले सोमवार को मेरे घर आएँ।अथवाअगले सोमवार को मेरे घर आने की कृपा करें।
यहाँ प्रत्येक रविवार को हाट लगती है।
रमन ने गुस्से में कलम फेंक दिया।
यहाँ भैंस का ताजा दूध मिलता है।
मैं आपका उपकार आजीवन नहीं भूलूँगा।
आप यहीं रुकें और खाना खाएँ।
अब तुम अपने घर जाओ।
वर्षा के कारण गलियों में पानी बह रहा है।
किसान के खेत में अनेक प्रकार के फूल उगे थे।
मेरे मित्र ने अपनी माता जी को पत्र लिखा।
यहाँ किसान सब्जियाँ उगाते हैं।
वह मुझे बुला रहा था।
वे लोग तीन साल से यहीं रहते हैं।
उसने अपने जन्म-दिन पर अनेक लोगों को बुलाया।
आजकल आपके दर्शन नहीं हो रहे हैं।
राम, लक्ष्मण और सीता वन को गए।
राष्ट्रपति ने ध्वजारोहण कर दिया होगा।
देश गांधी जी का सदा आभारी होगा।
- 36. मोहिनी बाज़ार से लौट आई है।अथवामोहिनी बाज़ार से वापस आ गई है।
मुझे अगले साल अमेरिका जाना है।
मुझे तुम्हारे पिता जी से मिलना है।
आज तो बड़े ज़ोर की हवा बह रही है।
मैंने गिटार बजाना सीख लिया है।
आप अगली दुकान से फटे-पुराने नोट बदल सकते
एक प्याला गरम चाय लाना।
कम तौलते हुए पकड़े जाने पर उस पर घड़ों पानी पड़ गया।
दोपहर दो बजे रोगी के प्राण निकल गए।
किसान की ताजी सब्जियाँ हाथो-हाथ बिक गईं।
आपको गांधी जी की जीवनी अवश्य पढ़नी चाहिए।
वे लोग आज मीटिंग में ज़रूर आएँगे।
दुखदायी बातें जल्दी से जल्दी भूल जाना चाहिए।
वह आदमी शोकग्रस्त हो गया है।
इस गीतकार ने अनेक गीतों की रचना की है।
मुझे यही पुस्तक चाहिए।
क्या आप चाय पिएँगे।
आज तो मेरे पास केवल एक हज़ार रुपये हैं।
थाली में खाना रखकर बालक को खिलाओ।
हल्कू के खेत में जंगली जानवर घुस आए।
देखते ही देखते अप्रैल भी आ पड़ा।
पाँच साल बाद अब वह फिर से पढ़ना चाहता है। ।
बड़े भाई साहब, आप चाय पी लीजिए।
वह कई बार श्रीनगर हो आया है।
इन दिनों ये मज़दूर क्या बना रहे हैं?
हमें अपना काम स्वयं करना चाहिए।
इस चाय में क्या गिरा है?
तुम्हें ऐसी बातें करना शोभा नहीं देता है।
तुम्हारे चाचा जी पिछले महीने मिले थे।
तुम्हारा भेजा उपहार मिला, तुम्हारा धन्यवाद।
ताजमहल एक अद्भुत इमारत है।
शिवकुमार पटेल उर्फ ददुआ कुख्यात डाकू था।
हाथी की चिंघाड़ सुनकर जानवर सजग हो उठे। ।
विद्यालय सड़क की बाँईं ओर है।
हर काम नियत समय पर करना चाहिए।
सुमन अत्यंत सुंदर तरुणी है।
हमें प्रभु के चरण कमल में ध्यान लगाना चाहिए।
ईश्वर दीन-बंधु कहलाते हैं।
इस द्वीप पर अनेक आदिवासी रहते हैं।
परिश्रमी अपने कर्म में लीन रहते हैं।
भगवान राम का कुल ऊँचा था।
राजा के प्रसाद में आग लग गई।
इस कार्य को अविलंब शुरू कर देना चाहिए।
गोपाल जी ही हमारे भावी नेता हैं।
सुखिया का पिता प्रसाद लेने मंदिर में गया था।