कक्षा 7 इतिहास – अध्याय 5 Important Questions Answers | शासक और इमारतें (Rulers and Buildings)

 

📘 कक्षा 7 इतिहास – अध्याय 5

शासक और इमारतें (Rulers and Buildings)

प्रश्न 1.
शासकों ने इमारतें और स्मारक क्यों बनवाए?
उत्तर:

  • अपनी शक्ति और प्रतिष्ठा दिखाने के लिए।

  • धार्मिक और सांस्कृतिक उद्देश्यों के लिए।

  • जनकल्याण हेतु (जैसे – मस्जिदें, तालाब, किले, बाग़)।


प्रश्न 2.
शासकों द्वारा बनवाए गए मंदिर और मस्जिदों का क्या महत्व था?
उत्तर:

  • मंदिर देवताओं के प्रति भक्ति का प्रतीक थे।

  • मस्जिदें इस्लामी आस्था का प्रतीक थीं।

  • दोनों ही राजनीतिक अधिकार और सांस्कृतिक जीवन को दर्शाते थे।


प्रश्न 3.
इंडो-इस्लामिक वास्तुकला की मुख्य विशेषताएँ क्या थीं?
उत्तर:

  • मेहराब, गुम्बद और मीनारों का प्रयोग।

  • सजावट में सुलेख और ज्यामितीय आकृतियों का उपयोग।

  • लाल बलुआ पत्थर और संगमरमर का प्रयोग।


प्रश्न 4.
कुतुब मीनार किसने और क्यों बनवाई?
उत्तर:

  • इसे दिल्ली में कुतुबुद्दीन ऐबक ने बनवाया।

  • बाद में इल्तुतमिश ने इसे पूरा किया।

  • यह विजय स्तम्भ और अज़ान (नमाज़ के बुलावे) के लिए बनवाई गई।


प्रश्न 5.
शाहजहाँ की वास्तुकला की विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:

  • उन्हें "इंजीनियर किंग" कहा जाता था।

  • सफेद संगमरमर का अधिक प्रयोग।

  • ताजमहल, लाल किला और जामा मस्जिद का निर्माण।

  • स्थापत्य कला में संतुलन और समरूपता पर ध्यान।


प्रश्न 6.
ताजमहल का क्या महत्व है?
उत्तर:

  • शाहजहाँ ने इसे अपनी पत्नी मुमताज़ महल की याद में बनवाया।

  • यह प्रेम और मुग़ल कला का प्रतीक है।

  • इसे यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है।


प्रश्न 7.
मुग़ल मस्जिदों के मुख्य तत्व क्या थे?
उत्तर:

  • खुले आँगन में नमाज़ की व्यवस्था।

  • मेहराब (निचेदार द्वार) जो मक्का की दिशा दर्शाता था।

  • मिम्बर (मंच) जहाँ से शुक्रवार का ख़ुतबा (उपदेश) दिया जाता था।

  • अज़ान के लिए मीनारें।


प्रश्न 8.
"पीएत्रा-दुरा तकनीक" से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:

  • संगमरमर पर कीमती और अर्ध-कीमती पत्थरों की जड़ाई की कला।

  • इस तकनीक का प्रयोग ताजमहल और अन्य मुग़ल इमारतों में किया गया।


प्रश्न 9.
मंदिर और मस्जिदें शासकों की शक्ति के प्रतीक कैसे थीं?
उत्तर:

  • बड़े पैमाने पर मंदिर और मस्जिदें बनवाकर धन-सम्पत्ति दिखलाई जाती थी।

  • ये राजनीतिक प्रभुत्व का प्रतीक थीं।

  • विजित प्रदेशों में इन्हें बनाकर जनता पर अधिकार जताया जाता था।


प्रश्न 10.
स्मारकों के निर्माण में कारीगरों और श्रमिकों की क्या भूमिका थी?
उत्तर:

  • कारीगर, अभियंता, मज़दूर, पत्थर काटने वाले और राजमिस्त्री सबने योगदान दिया।

  • इसने टीम वर्क और स्थानीय कारीगरों की कुशलता को दर्शाया।

  • भारतीय वास्तुकला को विश्व प्रसिद्ध बनाया।



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