📘 समकालीन विश्व में सुरक्षा | Chapter 7 – Contemporary World Security

📘 समकालीन विश्व में सुरक्षा | Chapter 7 – Contemporary World Security

📚 Class 12 Political Science (2025–26)

✍️ By Amresh Academy | Updated: June 2025


🔰 सुरक्षा का क्या मतलब है? | What is Security?

सुरक्षा का मूल अर्थ है "खतरे से आज़ादी" यानी Freedom from Threats. लेकिन हर चीज़ को सुरक्षा से नहीं जोड़ा जा सकता सिर्फ़ वही खतरे सुरक्षा के क्षेत्र में आते हैं जो किसी व्यक्ति, समाज या राष्ट्र के "मूलभूत मूल्यों" को हानि पहुँचाते हैं जैसे:

  • संप्रभुता (Sovereignty)

 

  • स्वतंत्रता (Freedom)

 

  • क्षेत्रीय अखंडता (Territorial Integrity)

 

  • मानव जीवन का सम्मान

 

✨ इसलिए सुरक्षा सिर्फ़ "युद्ध और हथियार" तक सीमित नहीं है —

बल्कि अब यह "मानव सुरक्षा", "प्राकृतिक आपदाओं", "आतंकवाद", "गरीबी" जैसे मुद्दों को भी शामिल करती है।


🛡️ सुरक्षा की दो प्रमुख धारणाएँ | Two Broad Types of Security

🔹 1. पारंपरिक सुरक्षा (Traditional Security)

यह सुरक्षा की पुरानी अवधारणा है, जो मानती है कि सबसे बड़ा खतरा "दूसरे देश से होने वाला सैन्य हमला" होता है।

(i) बाहरी खतरा (External Threats) 🔥

  • सैन्य हमला (Military Attack)

 

  • शक्ति संतुलन (Balance of Power)

 

  • जनसंहार (Mass Destruction)

 

  • गठबंधन बनाना (Alliance Formation)

 

  • हथियारों की दौड़ (Arms Race)

 

➡️ इन खतरों से बचाव के लिए देश अपनी सेना मज़बूत करता है, मित्र देशों से गठबंधन करता है, और अपने हथियारों का भंडार बढ़ाता है।

(ii) आंतरिक खतरा (Internal Threats) 🏠

  • अलगाववाद (Separatism)

 

  • गृह युद्ध (Civil War)

 

  • कानून-व्यवस्था की गड़बड़ी

 

➡️ ये खतरे देश के अंदर होते हैं, जहाँ जनता और सरकार के बीच विश्वास की कमी या सामाजिक तनाव होता है।


🔹 2. गैर-पारंपरिक सुरक्षा (Non-Traditional Security)

👉 यह 1990 के बाद तेजी से चर्चा में आया जब ग्लोबल समस्याएं सामने आने लगीं:

(i) मानव सुरक्षा (Human Security)

🔸 केंद्र बिंदु – "राज्य नहीं, लोग हैं"

🔸 इसमें शामिल हैं:

  • भूख और कुपोषण

 

  • बीमारियाँ (जैसे HIV/AIDS, COVID-19)

 

  • प्राकृतिक आपदाएँ (बाढ़, भूकंप आदि)

 

  • निर्धनता और बेरोजगारी

 

(ii) वैश्विक सुरक्षा (Global Security)

🔸 यह खतरे किसी एक देश तक सीमित नहीं होते — बल्कि पूरी दुनिया पर असर डालते हैं:

  • जलवायु परिवर्तन (Climate Change)

 

  • अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद (Terrorism)

 

  • शरणार्थी संकट (Refugee Crisis)

 

  • साइबर खतरे

 

  • महामारी (Pandemics)

 

❗ Non-Traditional सुरक्षा में कई बार सैन्य ताकत बेअसर होती है, जैसे गरीबी या महामारी से लड़ने के लिए।


⚔️ युद्ध की स्थिति में सरकार के पास क्या विकल्प होते हैं?

👉 कोई भी सरकार युद्ध आने पर 3 विकल्प चुन सकती है:

1️⃣ आत्मसमर्पण (Surrender)

2️⃣ दूसरे पक्ष की बात मान लेना या बचाव करना

3️⃣ हमलावर को पराजित करना (Defeat the Attacker)

💡 पर कोई भी सरकार आत्मसमर्पण को अपनी नीति नहीं बनाती, इसलिए “अपरोध (Deterrence)” नीति अपनाई जाती है।


🛑 अपरोध (Deterrence) क्या है?

👉 दुश्मन को यह संकेत देना कि अगर तुमने हमला किया, तो हम जवाब देंगे – और तुम्हारा नुकसान होगा।

➡️ इसका मकसद है युद्ध को शुरू होने से रोकना।


🧱 रक्षा (Defence)

👉 युद्ध की स्थिति में अपनी संप्रभुता और जनसंख्या की रक्षा करना

👉 यह एक सक्रिय और ज़रूरी प्रक्रिया है।


⚖️ परंपरागत सुरक्षा नीति के मुख्य तत्व

1️⃣ शक्ति संतुलन (Balance of Power)

  • सैन्य शक्ति बढ़ाना

 

  • टेक्नोलॉजी में निवेश

 

  • रक्षा संधियाँ करना

 

2️⃣ गठबंधन बनाना (Alliance Formation)

  • मित्र देशों के साथ मिलकर रक्षा नीति बनाना

 

  • सामूहिक रूप से सुरक्षा करना

 

  • Example: NATO, Warsaw Pact

 

📌 गठबंधन हमेशा राष्ट्रीय हितों (national interest) के अनुसार बदलते रहते हैं।


🌐 एशिया और अफ्रीका के नए स्वतंत्र देशों के सामने चुनौतियाँ

🔸 दोहरी चुनौती:

1️⃣ बाहरी सैन्य खतरा

2️⃣ अंदरूनी विद्रोह / संघर्ष

➡️ इसलिए उन्हें अपने आंतरिक और बाहरी सुरक्षा ढांचे को मज़बूत करना पड़ा।


🧨 खतरे के नए स्रोत | Emerging Threats

🔹 आतंकवाद – जानबूझकर आम नागरिकों को निशाना बनाना

🔹 मानवाधिकार हनन – राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक अधिकारों का उल्लंघन

🔹 वैश्विक गरीबी – अमीर और गरीब देशों के बीच गहराता अंतर

🔹 प्रवास (Migration) – आर्थिक अवसरों की खोज में जनसंख्या का पलायन

🔹 महामारी (Pandemics) – HIV, SARS, COVID-19 आदि


🤝 सहयोग पर आधारित सुरक्षा | Cooperative Security

👉 ऐसे मुद्दे जैसे गरीबी, महामारी या जलवायु संकट को सैन्य बल से नहीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से हल किया जा सकता है।

सहयोग के स्तर:

  • द्विपक्षीय (Bilateral)

 

  • क्षेत्रीय (Regional)

 

  • वैश्विक (Global)

 

✔️ इसमें NGO, अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं, संयुक्त राष्ट्र आदि की भूमिका होती है।


🇮🇳 भारत की सुरक्षा रणनीति | India’s Security Strategy

1️⃣ मजबूत सैन्य क्षमताएँ बनाना – पाकिस्तान और चीन जैसे पड़ोसी देशों के कारण

2️⃣ अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं में भागीदारी – जैसे UN, BRICS, G-20

3️⃣ आंतरिक सुरक्षा पर ध्यान – आतंकवाद, नक्सलवाद, धार्मिक उग्रवाद

4️⃣ आर्थिक विकास के ज़रिए गरीबी हटाना


✨ महत्वपूर्ण टर्म्स (Definitions)

🔑 टर्म

📖 अर्थ

हथियार नियंत्रण

हथियारों की संख्या व प्रकारों पर नियंत्रण

निरस्त्रीकरण

घातक हथियारों को पूर्ण रूप से हटाना

कॉन्फिडेंस बिल्डिंग

देशों के बीच पारदर्शिता बढ़ाना

वैश्विक गरीबी

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गरीबी की स्थिति

प्रवास

लोगों का एक क्षेत्र से दूसरे में जाना


🏁 निष्कर्ष | Conclusion

समकालीन सुरक्षा अब केवल सीमा रक्षा या सैन्य शक्ति तक सीमित नहीं रही। मानव सुरक्षा, वैश्विक सहयोग, पर्यावरणीय संकट और गरीबी जैसे मुद्दे भी उतने ही ज़रूरी हैं।

 



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